ज़िन्दगी एक अजब पहेली है I
जिसको समझना आती कठिन है II
जो ना चाहें वो बिन मांगे मिलता है I
जो चाहें वो कभी नहीं मिलता है II
सब का भला हम मांगते हैं I
तो सब का भला होता है II
मालिक के हाथों मे सब कुछ तो है I
सबका बिगड़ा समय वो संवारता हैII
उसकी मर्ज़ी बगैर कोई पत्ता भी नहीं हिलता है I
हमसे तो ना आपना घर ना देश संवर पाता है II
छोटी बातो को हम गंभीर समस्या बनाते हैं I
कुछ लोग तो मालिक बनने की जुर्रत करते हैं II
आज का यह युग कलियुग है I
मानव स्वभाव इस युग में अच्छा नहीं है II
दूसरों को अपने से तुच्छ समझता है I
यह तो कुछ लोगों की सोच बन गई है II
अच्छें हों मानव के विचार तो जीवन सफल है I
लोभ और अहंकार से परे रहकर तो जीवन पार है II
ऐसे विचार वाले लोग जीवन में मिसाल बनते हैं I
मालिक ने उनके लिए केवल कठिनाई का जीवन लिखा है II
renukakkar 16.8.2011
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